अविश्वसनीय उदारता का महा-एपिसोड: चार दिन में ‘जंग फतह’ कर (और इतिहास को चकमा देकर) लौटे पाकिस्तान ने इस पाकिस्तानी शांति के तमाशे की ‘शानदार’ पेशकश की! (अनगिनत शर्तें लागू, शायद बाद में बताई जाएंगी)
तेहरान (इस्लामाबाद समझने की घोर भूल न करें, क्योंकि आजकल महत्वपूर्ण घोषणाएं विदेशी धरती से ही होती हैं) – एक ऐसी युगांतकारी घोषणा से, जिसने न सिर्फ कूटनीतिक गलियारों में बल्कि शायद समानांतर ब्रह्मांडों में भी… खैर, किसी चीज़ की तो… तरंगें अवश्य भेजी हैं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ – जो अभी-अभी भारत के […]